समग्र प्रगति पत्रक (एच. पी. सी.)
हिंदी गतिविधि
कक्षा- सातवीं
विषय - हिन्दी
गतिविधि का शीर्षक – आओ बने कैलाश सत्यार्थी
विद्यार्थियों
के संचार कौशल को प्रभावी बनाने और अभिव्यक्ति की क्षमताओं को विकसित करने के
उद्देश्य से बाल मजदूरी विषय पर एच. पी.
सी. गतिविधि का सफल आयोजन किया गया। इसका उद्देश्य विद्यार्थियों में सामाजिक
चेतना , अधिकारों के प्रति सजगता और संवेदनशीलता को
विकसित करना था।
इस गतिविधि का शीर्षक था –
“आओ बने कैलाश सत्यार्थी”। विद्यार्थियों को तीन समूहों में विभाजित किया गया,
ताकि वे विभिन्न रूपों में अपने विचार और संदेश प्रस्तुत कर सकें।
प्रथम
समूह ने नाट्य-रूपांतरण प्रस्तुत कर यह
दिखाया कि बाल मजदूरी किस प्रकार बच्चों का बचपन छीन लेती है और उनके भविष्य को
अंधकारमय बना देती है। द्वितीय समूह ने संवाद-प्रस्तुति द्वारा यह स्पष्ट किया कि
शिक्षा हर बच्चे का मौलिक अधिकार है और इसे किसी भी प्रकार से उनसे छीना नहीं जाना
चाहिए। तृतीय समूह ने कैलाश सत्यार्थी जी के कार्यों का परिचय देते हुए जागरूकता
अभियान प्रस्तुत किया, जिसमें नारों, विचारों और संक्षिप्त भाषणों के माध्यम से
समाज को बाल मजदूरी उन्मूलन का संदेश दिया गया।
प्रतिक्रिया एवं सीख - इस गतिविधि से
विद्यार्थियों में जागरूकता, संवेदनशीलता और रचनात्मकता का विकास हुआ। उन्होंने
सीखा कि यदि हम सभी दृढ़ संकल्प लें, तो कैलाश सत्यार्थी की तरह समाज में
सकारात्मक परिवर्तन ला सकते हैं। इस गतिविधि ने विद्यार्थियों के व्यक्तित्व पर
सकारात्मक प्रभाव डाला। उन्होंने यह अनुभव किया कि बाल मजदूरी बच्चों के अधिकारों
का हनन है और समाज की प्रगति में बाधा है। विद्यार्थियों ने यह भी सीखा कि साहस,
सेवा भावना और दृढ़ निश्चय से ही समाज में परिवर्तन संभव है।